कोरोना के वायरस से बचें, अंधविश्वास छोड़कर सोशल डिस्टेंस रखें बरकरार
कोरोना वायरस जैसी महामारी ने विश्व भर में कहर ढहा रखा है, बड़ी संख्या में लोग इससे मौत का शिकार हो चुके हैं। इसकी भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि देशभर में पहली बार एक साथ लाॅक डाउन किया गया है, इसके बावजूद जिलेभर में लोग अंधविश्वास के चलते कहीं घरों के बाहर महिलाओं द्वारा मेहंदी व हल्दी के थप्पे लगाए जा रहे हैं तो कहीं अब भी दीपक जलाए जा रहे हैं। 

इन दिनों नई-नई अफवाह जिले में फैल रही है, लोग भ्रमित होकर इन अफवाहों को सत्य मानकर उसी के अनुरूप कार्य करने में भी लगे हुए हैं। कुछ दिन पूर्व जिले में यह अफवाह फैल गयी थी कि लोग सोते समय ही पत्थर के बन जाते हैं जिससे घबराए लोगों ने तडके के समय ही उठना शुरू कर दिया था, लेकिन अब एक नई अफवाह ने जन्म ले लिया है। जिस परिवार में पुत्र हैं उस परिवार की महिलाओं द्वारा अपने घरों के बाहर मेहंदी और हल्दी के थप्पे लगाने चाहिए अन्यथा कोरोना वायरस बच्चों को अपनी चपेट में ले सकता हैं, यह अफवाह पूरे जिलेभर में फैल गयी और लोगों ने अपने घरों के बाहर मेहंदी व हल्दी के थप्पे लगाने शुरू कर दिए। इसके अलावा कई घरों के बाहर अभी भी दीये जलाए जा रहे हैं।